Monday 18 December 2017

देश की आम जनता और सरकार

नई  दिल्ली | देश की राजनीति में आज आए गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों ने आज फिर एकबार बता दिया है कि वे विकास और सुरक्षा चाहते हैं। इस चुनाव से राजनीतिक दलों (चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा ) को समझ आ गया होगा कि सिर्फ भाषणों से चुनाव नहीं जीते जाते हैं।

        सबसे पहले हम यहां गुजरात की बात करते हैं कि कैसे यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले में भाजपा ने बाजी मार लिया।182 सदस्य वाली विधानसभा में भाजपा को जहां 99 सीटें मिली वहीं कांग्रेस को 80 सीटें मिली तथा 3 निर्दलीय प्रत्याशी भी जीते । इस चुनाव परिणाम से भाजपा फिर से  भलें हीं सरकार बना ली हो लेकिन यहां कांग्रेस के लिए भी राहत भरी खबर है कि उन्होंने भाजपा के गढ़ में उन्हें कड़ी टक्कर दी है। इस चुनाव में कांग्रेस ने जिस तरह से युवाओं को जोड़ा वह काबिल-ए-तारीफ है और इसका पूरा श्रेय कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष श्री राहुल गांधी को जाता है।
                         और अब बात करते हैं  हिमाचल प्रदेश की जहां कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई है और यहां भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है और कांग्रेस की निवर्तमान सरकार को उखाड़ फेंका है।  हालांकि भाजपा के मुख्यमंत्री के  प्रत्याशी धुमल सिंह चुनाव हार गए हैं ।
इस तरह दोनों राज्यों के नतीजों को देखा जाए तो हम कुल मिलाकर यह कह सकते है कि देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की स्वीकार्यता बनी हुई है क्योंकि यह चुनाव उनके नाम पर लड़ा गया था और भाजपा ने गुजरात में छठी बार सरकार बनाने जा रही है जो एक रिकॉर्ड है और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को यहां फिर से बेदखल कर दिया। इस चुनाव में नोटबंंदी और जीएसटी भी बड़ा मुद्दा था और चुनाव के नतीजों से पता चलता है कि जनता ने इसे तहेदिल से स्वीकार किया है, यह मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर है।